बुधवार, 7 सितंबर 2011

281. अनुबंध

अनुबंध

*******

एक अनुबंध है जन्म और मृत्यु के बीच
कभी साथ-साथ घटित न होना
एक अनुबंध है प्रेम और घृणा के बीच
कभी साथ-साथ फलित न होना 
एक अनुबंध है स्वप्न और यथार्थ के बीच
कभी सम्पूर्ण सत्य न होना 
एक अनुबंध है धरा और गगन के बीच
कभी किसी बिंदु पर साथ न होना 
एक अनुबंध है आकांक्षा और जीवन के बीच
कभी सम्पूर्ण प्राप्य न होना 
एक अनुबंध है मेरे मैं और मेरे बीच
कभी एकात्म न होना!

- जेन्नी शबनम (27. 1. 2009)
_____________________